दो साल पहले आज ही के दिन भारत के दो दिग्गज क्रिकेटरों ने संन्यास लिया था, दोस्ती की मिसाल कायम की।
- वीरेंद्र सक्सेना
- 15 अग॰ 2022
- 3 मिनट पठन
दो साल पहले आज ही के दिन यानी 15 अगस्त 2020 को भारत के दो दिग्गज क्रिकेटरों ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया था. ये दोनों क्रिकेटरकोई और नहीं बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना हैं।

दोनों ने न सिर्फ एक ही दिन संन्यास लिया था बल्कि दोस्ती की मिसाल भी कायम की थी। धोनी के संन्यास के कुछ ही मिनटों के भीतर रैना ने भी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर क्रिकेट को अलविदा कह दिया। आइए जानते हैं पूरी कहानी...
9 जुलाई 2019 की तारीख...
उस दिन वनडे वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल मैच था. भारत और न्यूजीलैंड की टीमें आमने-सामने थीं। न्यूजीलैंड ने भारत को 240 रन का लक्ष्य दिया था। जवाब में भारतीय टीम 221 रन ही बना सकी। सारी उम्मीदें धोनी पर टिकी थीं, लेकिन वह 50 रन बनाकर आउट हो गए। इस हार के बाद धोनी क्रिकेट के मैदान और खबरों से दूर हो गए थे। एक साल बाद यानी 15 अगस्त 2020 को धोनी ने शाम को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया।
"अब से मुझे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाला समझो। आप सभी के प्यार और समर्थन के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।" इसके साथ ही उन्होंने एक वीडियो भी पोस्ट किया। वीडियो के बैकग्राउंड में अमिताभ बच्चन की फिल्म कभी कभी का क्लासिक गाना मैं पल दो पल का शायर हूं बज रहा था। धोनी ने 2014 में ही टेस्ट से संन्यास ले लिया था, लेकिन 2020 में वनडे और टी20 से संन्यास ले लिया।
उसी दिन धोनी के संन्यास के कुछ ही देर बाद एक और बड़ी खबर सामने आई। सुरेश रैना ने भी सोशल मीडिया पर संन्यास की घोषणा की।इसके साथ ही रैना ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक तस्वीर शेयर की है। इसके कैप्शन में रैना ने लिखा- माही आपके साथ खेलकर अच्छा लगा। पूरे दिल और गर्व के साथ, मैं इस यात्रा में आपके साथ जुड़ना चाहता हूं। धन्यवाद भारत। जय हिन्द! इस तरह भारत के दो चैंपियन खिलाड़ियों का अंतरराष्ट्रीय करियर खत्म हो गया। हालांकि इसके बाद दोनों ने आईपीएल खेलना जारी रखा है।
सुरेश रैना और धोनी की जोड़ी ने मैदान पर कई यादगार पारियां खेली हैं। दोनों की दोस्ती मैदान के अंदर और बाहर काफी चर्चित रही है। वही दोस्ती सुरेश रैना ने रिटायरमेंट के दिन निभाई थी। धोनी और रैना 2011 वनडे वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का हिस्सा भी रह चुके हैं। रैना ने उसवर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार पारी खेली थी.
रैना ने बाद में कारण बताया कि दोनों ने एक साथ संन्यास क्यों लिया। एक मीडिया संगठन से बात करते हुए उन्होंने कहा था- हमने पहले ही 15 अगस्त को संन्यास लेने की योजना बना ली थी। धोनी की जर्सी का नंबर 7 है और मेरी 3 है। इसे मिलाकर 73 बनाएं। 15 अगस्त, 2020 कोभारत ने आजादी के 73 साल पूरे किए। . तो इससे अच्छा दिन नहीं हो सकता था।
रैना ने कहा था- धोनी ने अपने करियर की शुरुआत 23 दिसंबर (2004) को बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव में की थी, जबकि मैंने अपना डेब्यू 30 जुलाई (2005) को श्रीलंका के खिलाफ किया था। हम दोनों ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगभग एक साथ शुरुआत की, सीएसके में एक साथ रहे और इसलिए अब हम एक साथ संन्यास ले रहे हैं।
धोनी ने अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू साल 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ किया था। उन्होंने अपने करियर में 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी20 मैचोंमें भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने टेस्ट में 4876 रन, वनडे में 10,773 रन और टी20 में 1617 रन बनाए। धोनी ने टेस्ट मैचों में छह शतक लगाए। वहीं वनडे में धोनी के नाम 10 शतक हैं।
वहीं रैना के करियर की बात करें तो उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 18 टेस्ट, 226 वनडे और 78 टी20 मैच खेले। रैना के नाम टेस्ट में एक शतक के साथ 768 रन हैं। रैना ने 226 वनडे में पांच शतकों की मदद से 5615 रन बनाए। वहीं, भारत के लिए 78 टी20 मैचों में रैना ने 1604 रनबनाए। इसमें एक शतक भी शामिल है। रैना तीनों प्रारूपों में भारत के लिए शतक बनाने वाले कुछ बल्लेबाजों में से एक हैं।




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