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स्वामी रामदेव से जानिए नसों में सूजन और गांठ के योग और आयुर्वेदिक उपचार

  • वीरेंद्र सक्सेना
  • 21 अक्तू॰ 2022
  • 3 मिनट पठन

Yoga Tips: सर्दी बढ़ने के साथ दर्द और सूजन जरूर बढ़ जाती है। कई बार स्किन सख्त होने से घाव भी हो जातेहैं। लेकिन हम सब जानते हैं कि ये कहीं ना कहीं खराब लाइफ स्टाइल और गलत पॉश्चर का नतीजा है।


Yoga Tips: कितना अच्छा लगता है। जब हर चेहरा खिला-खिला नजर आता है ना किसी बात की फिक्र। ना किसी तरह की मायूसी। ख़ुशी और उमंग लिए हर तरफ फुल एनर्जी के साथ बस त्योहार की तैयारी और ऊपर से कुदरत की मेहबानी देखिए ना गर्मी ना सर्दी मौसम भी कितना सुहाना हो गया है। कुदरत तो हमेशा हमारा साथ देती है। बस हम अपनी जिम्मेदारी भूल जाते हैं। तभी तो पर्व-त्योहार के जरिए एक ऐसा इको-सिस्टम डेवेलप किया गया है।


ताकि हम नेचर से दूर ना जाएं और सेहत का वरदान मिलता रहे। तभी तो हमारे प्रधानमंत्री भी हमेशा त्योहार प्रकृति के बीच मनाते हैं। जो अब से कुछ ही देर बाद बाबा केदारनाथ की धरती पर पहुंचने वाले हैं। नरेंद्र मोदी छठी बार केदारनाथ के दर्शन करेंगे पीएम मोदी जब भी यहां पहुंचते हैं। वो दर्शन के बाद,गुफा में ध्यान जरुर लगाते हैं। वैसे भी योग-प्राणायाम और ध्यान अपने आप में कम्प्लीट हेल्थ थेरेपी है। हो भी क्यों ना जब खुद शिव ही आदि योगी हों तो उनके बताए उपाय लोगों के लिए संजीवनी तो होंगे ही। कभी ध्यान मुद्रा में तो कभी नटराज आसन में कभी वृक्षासन में तो कभी बर्फ के बीच तल्लीन शिव की ऐसी तस्वीरें हमें बताती है कि हमारी हर समस्या का समाधान इस खूबसूरत कुदरत के पास है। नीली नसों की गांठ को ही ले लीजिए।ये ऐसी बीमारी है जो परेशान तो करती है। लेकिन लाइफ थ्रेटनिंग नहीं है। सर्दी बढ़ने के साथ दर्द और सूजन जरूर बढ़ जाती है। कई बार स्किन सख्त होने से घाव भी हो जाते हैं। लेकिन हम सब जानते हैं कि ये कहीं ना कहीं खराब लाइफ स्टाइल और गलत पॉश्चर का नतीजा है।


जिसकी वजह से शरीर का सर्कुलेटरी सिस्टम बिगड़ जाता है। चलना-फिरना भी मुश्किल हो जाता है। जबकि दूसरी तरफ केदारनाथ-बद्रीनाथ जो करीब साढ़े तीन हजार मीटर की ऊंचाई पर है। जहां इस वक्त भी टेम्परेचर 4 डिग्री से ज्यादा नहीं होगा। ये हम सबके लिए लाइव एक्जाम्पल हैं। कि कैसे वहां लोग आराम से जी रहे हैं। जाहिर है ये सब हेल्दी लाइफ स्टाइल का नतीजा है। तो योग के साथ भक्ति की शक्ति कैसे मिलेगी। ये आज हम योगगुरु स्वामी रामदेव से जानेंगे।


वैरिकोज की वजह

1. लगातार खड़े रहकर काम

2. घंटों बैठकरकाम करना 3. एक्सरसाइज नहीं करना 4. नसें कमज़ोर वाल्व खराब 5. नसों में दर्द सूजन-जलन 6. नीली नसों के गुच्छे


वैरिकोज़ वेन्स को जानिए

1. वेन्स का काम हार्ट तक ब्लड पहुंचाना

2. ब्लड फ्लो में वाल्व का अहम रोल 3. वाल्व कमज़ोर ब्लड फ्लो स्लो 4. वाल्व के पास खून जमना 5. ब्लड रुकने से वेन्स का फूलना 6. रस्सियों की तरह नसों का गुच्छा


वैरिकोज की समस्या खतरे में महिलाएं

1. हाइपर टेंशन

2. गलत पॉश्चर 3. हाई हील्स 4. खड़े रहकर काम 5. प्रेगनेंसी 6. पेल्विक एरिया में फैट


वैरिकोज़ के लक्षण?

1. नीली नसें

2. नसों का गुच्छा 3. पैरों में सूजन 4. मसल्स में ऐंठन 5. स्किन पर अल्सर


वैरिकोज़ में कारगर

1. गिलोय

2. अश्वगंधा 3. गुग्गुल 4. गोखरू


वैरिकोज़ वेन्स से बचाव

1. वज़न कंट्रोल

2. कम नमक 3. कम चीनी 4. टाइट कपड़े ना पहने


वैरिकोज़ में फायदेमंद

1. लौकी

2. नींबू 3. संतरा 4. छाछ-लस्सी 5. मिक्स दालें



(source: INDIATV.COM)

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