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२४ फरवरी को है जानकी जयंती , जानिए इसकी विशेस्ताएं

  • वीरेंद्र सक्सेना
  • 21 फ़र॰ 2022
  • 2 मिनट पठन

अपडेट करने की तारीख: 22 फ़र॰ 2022


इस साल 24 फरवरी को है जानकी जयंती | जानकी जयंती के दिन विवाहित महिलाएं अपने घर की सुख-शांति और अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। इसके साथ ही माता सीता को श्रृंगार का सामान भी चढ़ाती हैं। इस दिन अविवाहित लड़कियां भी व्रत रखती हैं।


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इस दिन माता सीता का जन्म दिवस मनाया जाता है। यह तिथि प्रत्येक वर्ष फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को पड़ती है। इस दिन मां जानकी के साथ भगवान श्री राम की भी पूजा की जाती है। ज्योतिषी डॉ शोनू मेहरोत्रा ​​के अनुसार जानकी जयंती के दिन विवाहित महिलाएं अपने घर की सुख-समृद्धि और पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। इसके साथ ही माता सीता को श्रृंगार का सामान भी चढ़ाती हैं। इस दिन अविवाहित लड़कियां भी व्रत रखती हैं। इससे उन्हें एक अच्छा पति मिलता है। हिंदू धर्म में इस दिन पूजा करना बहुत ही फलदायी माना जाता है।



जानकी जयंती पर ऐसे करें पूजा


जानकी जयंती के दिन सुबह जल्दी उठना चाहिए। फिर दैनिक कार्यों से निवृत्त होकर स्नान कर घर के मंदिर में दीपक जलाएं। इनकी पूजा गणेश जी और अंबिका जी से शुरू होती है। फिर माता सीता को पीले फूल, पीले वस्त्र और श्रृंगार का मुख अर्पित करें। दीप जलाएं तो व्रत का संकल्प लें। इसके बाद घर के मंदिर में मौजूद सभी देवताओं को जल से स्नान कराना चाहिए। नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर इससे देवताओं को स्नान कराएं। इसके बाद माता सीता और भगवान श्री राम का ध्यान करें। इसके बाद शाम को माता सीता की आरती करें। इसके बाद व्रत तोड़ें। फिर माता सीता को भोग लगाएं। प्रसाद को परिवार के सभी सदस्यों में बांटें और फिर स्वयं सेवन करें।

 
 
 

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